10 वर्षों में लगभग 75 लाख से अधिक राम नाम का लेखन कर चुके रतन राय
मोहनगढ़। प्रभु श्री राम के नाम से प्रीति की रीति आदिकाल से चली आ रही है, प्रभु श्रीराम ने अपने पिता की आज्ञा से 14 वर्षों तक सहज मन से वनवास में बिताए इसी स्वभाव के कारण श्रीराम मर्यादा पुरुषोत्तम कहलाए त्रेता युग से लेकर आज तक राम के नाम की महिमा न जाने कितने अनुयायी और भक्त लिख चुके हैं। ऐसा ही एक भक्त टीकमगढ़ जिले की मोहनगढ़ तहसील के नंदनवारा गांव में है जिन्हें भगवान राम के नाम से ऐसी प्रीति हुई की लगातार 10 वर्षों से परिवार के साथ रहकर राम के नाम का लेखन कर रहे हैं बताया गया कि अभी तक लगभग 75 लाख से अधिक राम नाम का लेखन कर चुके हैं, राम भक्त रतनलाल राय ने बताया अभी सभा करोड़ राम नाम लिखने का संकल्प है यदि प्रभु श्री राम की कृपा रही तो इस संकल्प को आगे भी बढ़ाया जाएगा। भक्त रतन लाल की लिखावट काफी सुंदर और संयोजित तरीके से है,
इनकी दिनचर्या राम से शुरु होकर राम पर ही खत्म होती है, भक्त रतन के मुताबिक घर की सुख, शांति और समृद्धि के लिए उन्होंने 1 करोड़ बार राम का नाम लिखकर जाप करने का लक्ष्य रखा है अभी तक वह 75 लाख 18 हजार राम का नाम लिख चुके हैं।
दोस्त ने दी राम नाम लिखने की प्रेरणा
रतन राय के मुताबिक उनके परम मित्र ने उन्हें श्रीराम के नाम को लिखने के लिए प्रोत्साहित किया. जिसके बाद वे दोस्त के साथ अयोध्या धाम गए बहा से कॉपी पेन प्राप्त कर राम नाम लिखने का वीणा उठाया। हर वर्ष गांव के अन्य दोस्तों के साथ श्री धाम अयोध्या में अंतर्राष्ट्रीय श्री राम नाम बैंक में जाना होता है वही प्रभु श्री राम के दर्शन के बाद श्री नित्य गोपाल जी महाराज का आशीर्वाद लेकर पूरे वर्ष भर के लिए रिक्त कॉपी पेन प्राप्त कर वर्ष भर में लिखे गए राम नाम लेखन पुस्तकों को जमा करते हैं। यह सिलसिला लगभग 10 वर्षों से निरंतर चल रहा है।
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