मोहनगढ़। साहब ने कहा क्या चल रहा जवाब आया सब ठीक है बस दो दिन बाद... आबकारी अधिकारी एवं जिला प्रशासन ने मोदी कैबिनेट के मंत्री के आदेश की जा रही अवहेलना, नही करा पाए पालन, जनता के साथ अधिकारी भी समझ रहे गांधी ! कुछ दिनों पूर्व टीकमगढ़ सांसद एवं मोदी कैबिनेट में मंत्री वीरेंद्र कुमार खटीक ने कलेक्ट्रेट के सभागार कक्ष में एक बैठक के दौरान कलेक्टर सहित आबकारी अधिकारियों को मौखिक आदेशित किया था कि जिले की मोहनगढ़ में संचालित शराब दुकान को हटाया जाए और स्कूल परिसय से दूर सिप्ट की जाए पर ऐसा आज तक नहीं हुआ, अब ऐसे में क्या माना जाए जो सरकार और प्रशासन नशा मुक्ति अभियान चलाकर लोगों एवं पढ़ने वाले बच्चों को नशीले पदार्थ एवं नशा से दूर रहने की हिदायत देते हैं शायद वही सब जिम्मेवार यह भूल गए की शराब की दुकान स्कूल परिसय के समीप ठीक नहीं है, इतना ही नहीं लोगों की माने तो मोहनगढ़ शराब की दुकान से क्षेत्र के लगभग एक दर्जन गांव में शराब सप्लाई की जाती है और मनमाने भाव बेचकर लोगों की जेवे खाली की जाती है, सोचने वाली बात यह है कि यदि किसी को इस गोरख धंधे की पोल खोलनी हो तो मोहनगढ़ शराब की दुकान पर ना तो रेट सूची है और न ही आबकारी अधिकारी का संपर्क सूत्र...फिर भी धड़ल्ले से चल रही शराब की दुकान आखिरकार क्यों...?समाजसेवी केपी तोमर ने स्कूल के पास संचालित शराब की दुकान को गलत ठहराया है।
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